भारत ओपनएआई के लिए दूसरा सबसे बड़ा बाजार, ऑल्टमैन की यात्रा पर सबकी नजरें
- अंतरराष्ट्रीय
- 31 Jan,2025
ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन अगले सप्ताह भारत का दौरा करने की योजना बना रहे हैं, ऐसे समय में जब उनकी कंपनी को देश में कई कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने तीन अज्ञात सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है।
रिपोर्ट के अनुसार, ऑल्टमैन ने 5 फरवरी 2025 को नई दिल्ली यात्रा की योजना बनाई है। इस दौरान उनकी सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक होने की संभावना है। हालांकि, अभी इस कार्यक्रम को अंतिम रूप नहीं दिया गया है और इसमें बदलाव भी हो सकता है।
यह दो वर्षों में ऑल्टमैन की भारत की पहली यात्रा हो सकती है। इससे पहले 2023 में उन्होंने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जहां उन्होंने भारत के टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम को मजबूत करने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की भूमिका पर चर्चा की थी।
यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब ओपनएआई भारत में कानूनी विवादों का सामना कर रही है। पिछले साल भारतीय समाचार एजेंसी ANI ने ओपनएआई पर कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाया था, जिसमें कहा गया था कि ओपनएआई ने उसके समाचार लेखों का उपयोग अपने AI मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए किया, लेकिन इसके बदले कोई मुआवजा नहीं दिया। ANI ने इस मुद्दे को नई दिल्ली की अदालत में चुनौती दी थी।
ANI अकेली नहीं है—हिंदुस्तान टाइम्स समेत कई डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म और पुस्तक प्रकाशकों ने भी इस मामले में ओपनएआई के खिलाफ कानूनी लड़ाई में शामिल हो गए हैं।
भारत: ओपनएआई के लिए महत्वपूर्ण बाजार
यह मामला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि ओपनएआई के अनुसार, भारत अमेरिका के बाद उसका दूसरा सबसे बड़ा बाजार है, जहां सबसे अधिक उपयोगकर्ता उसके AI मॉडल्स का उपयोग कर रहे हैं।
अमेरिका में भी कानूनी विवादों का सामना
ओपनएआई को अमेरिका में भी कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स, शिकागो ट्रिब्यून, डेनवर पोस्ट और ऑरेंज काउंटी रजिस्टर जैसी प्रमुख समाचार एजेंसियों ने भी ओपनएआई पर कॉपीराइट उल्लंघन के आरोप लगाए हैं।
हालांकि, ओपनएआई ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि वह केवल सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटा का उपयोग करता है और यह "फेयर यूज" (निष्पक्ष उपयोग) सिद्धांत के अंतर्गत आता है। साथ ही, कंपनी का यह भी तर्क है कि भारतीय अदालतों के पास इस मामले को सुनने का कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है।
चीनी AI प्रतिस्पर्धा से नई चुनौती
ओपनएआई के लिए सिर्फ कानूनी चुनौतियाँ ही नहीं, बल्कि बाज़ार में भी नई प्रतिस्पर्धा उभर रही है। हाल ही में चीनी AI कंपनी DeepSeek ने अमेरिका में एप्पल ऐप स्टोर पर ChatGPT को पीछे छोड़ते हुए टॉप रेटेड फ्री ऐप का स्थान हासिल कर लिया। इसके कारण वैश्विक स्तर पर टेक स्टॉक्स में भारी गिरावट दर्ज की गई।
इस बढ़ती प्रतिस्पर्धा और कानूनी संकट के बीच ऑल्टमैन की भारत यात्रा अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत सरकार और टेक इंडस्ट्री इस पर क्या रुख अपनाते हैं।
Posted By: Gurjeet Singh